Kisan Samman Nidhi Land Area UP, Farmer Registry Land Size Verification – UP में किसान सम्मान निधि के लिए जमीन का क्षेत्रफल जरूरी! जानें नया नियम और प्रक्रिया।
आपकी जमीन, आपका हक!
क्या आप उत्तर प्रदेश के किसान हैं और हर साल किसान सम्मान निधि के 6000 रुपये का लाभ लेते हैं? तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है! UP सरकार ने Kisan Samman Nidhi Land Area UP के तहत एक नया नियम लागू किया है, जिसमें हर किसान को अपनी Farmer Registry में अपनी जमीन का क्षेत्रफल (Land Area) बताना होगा। यह नियम मार्च 2025 से शुरू होगा, और इसके बिना आपकी अगली किस्त (20वीं) रुक सकती है। लेकिन चिंता न करें, हम आपको बताएँगे कि यह नियम क्या है, यह क्यों आया, और आप इसे कैसे पूरा कर सकते हैं। अभी https://farmerregistrystatus.up.in/ पर जाएँ और अपनी रजिस्ट्री चेक करें। चलिए शुरू करते हैं!
नया नियम क्या है?
UP सरकार ने जनवरी 2025 में घोषणा की कि अब हर किसान को अपनी Farmer Registry में अपनी जमीन का सटीक क्षेत्रफल बताना अनिवार्य होगा। यह Kisan Samman Nidhi Land Area UP नियम के तहत होगा, जिसमें:
- आपको अपनी जमीन का क्षेत्रफल (हेक्टेयर या एकड़ में) देना होगा।
- यह जानकारी खतौनी या तहसील रिकॉर्ड से ली जा सकती है।
- बिना क्षेत्रफल के अगली किस्त नहीं मिलेगी।
इसका मकसद है कि सम्मान निधि का लाभ सही जमीन वाले किसानों को मिले और योजना का दुरुपयोग रोका जाए।
यह नियम क्यों जरूरी है?
किसान सम्मान निधि शुरू होने के बाद से कुछ लोग गलत जमीन की जानकारी देकर पैसा ले रहे थे। जाँच में पाया गया कि:
- कई रजिस्ट्री में जमीन का क्षेत्रफल गलत या अधूरा था।
- कुछ लोग बहुत कम जमीन होने के बावजूद लाभ ले रहे थे।
- सही जमीन की जाँच में दिक्कत हो रही थी।
Farmer Registry Land Size Verification से: - सही जमीन की पहचान होगी।
- फर्जी दावे रुकेंगे।
- योजना का लाभ वास्तविक किसानों तक पहुँचेगा।
जमीन का क्षेत्रफल न देने के नुकसान
अगर आपने जमीन का क्षेत्रफल नहीं बताया, तो:
- आपकी सम्मान निधि की अगली किस्त रुक जाएगी।
- रजिस्ट्री निष्क्रिय हो सकती है।
- फसल बीमा और लोन जैसी योजनाओं में दिक्कत होगी।
जमीन का क्षेत्रफल कैसे बताएँ?
यह प्रक्रिया आसान है। यहाँ 5 चरणों में समझें:
- क्षेत्रफल पता करें: अपनी खतौनी से जमीन का क्षेत्रफल नोट करें।
- वेबसाइट पर जाएँ: https://farmerregistrystatus.up.in/ खोलें और स्टेटस चेक करें।
- लॉगिन करें: रजिस्ट्री नंबर या आधार नंबर डालें।
- क्षेत्रफल अपलोड करें: ‘जमीन क्षेत्रफल’ विकल्प चुनें और खतौनी या जानकारी डालें।
- सबमिट करें: फॉर्म जमा करें और https://upfr.agristack.gov.in/farmerregistryup/ पर सत्यापन चेक करें।
2025 के नए अपडेट्स
इस नियम के साथ कुछ और बदलाव हैं:
- जमीन का क्षेत्रफल देने की अंतिम तारीख 28 फरवरी 2025 है।
- Farmer Registry Land Size Verification के लिए डिजिटल खतौनी मान्य होगी।
- अगली किस्त मार्च 2025 में क्षेत्रफल सत्यापन के बाद आएगी।
तालिका: क्षेत्रफल देने से पहले और बाद की स्थिति
पहलू | क्षेत्रफल देने से पहले | क्षेत्रफल देने के बाद |
---|---|---|
सम्मान निधि | रुकने का खतरा | समय पर मिलेगी |
रजिस्ट्री की स्थिति | असुरक्षित | सत्यापित और सुरक्षित |
जमीन की पहचान | संदिग्ध | पक्की और डिजिटल |
फर्जी दावे | संभव | असंभव |
उदाहरण: गोविंद की कहानी
गोविंद एक किसान हैं जो लखनऊ में रहते हैं। उनकी रजिस्ट्री में जमीन का क्षेत्रफल नहीं था, और उनकी 19वीं किस्त रुक गई। इस बार, उन्होंने हमारी वेबसाइट पर जाकर अपनी खतौनी से 2 हेक्टेयर जमीन का क्षेत्रफल अपलोड किया। अब उनकी रजिस्ट्री सत्यापित हो गई, और अगली किस्त पक्की है। आप भी ऐसा कर सकते हैं!
अगर क्षेत्रफल देने में दिक्कत आए तो क्या करें?
- खतौनी नहीं है: तहसील से नई खतौनी लें।
- साइट नहीं खुलती: इंटरनेट चेक करें या तहसील जाएँ।
- सत्यापन रुक गया: कृषि विभाग से संपर्क करें।
FAQs
1. जमीन का क्षेत्रफल कब से जरूरी है?
मार्च 2025 से।
2. क्षेत्रफल कैसे पता करें?
खतौनी या तहसील रिकॉर्ड से।
3. क्षेत्रफल देने की अंतिम तारीख क्या है?
28 फरवरी 2025।
4. क्या बिना क्षेत्रफल के पैसा मिलेगा?
नहीं, यह अब अनिवार्य है।
5. क्या मोबाइल से क्षेत्रफल दे सकते हैं?
हाँ, ‘किसान कनेक्ट’ ऐप से।
निष्कर्ष: क्षेत्रफल बताएँ, पैसा पक्का करें!
Kisan Samman Nidhi Land Area UP का यह नया नियम आपके लिए एक जरूरी कदम है। जमीन का क्षेत्रफल बताने से आपकी रजिस्ट्री सही रहेगी और सम्मान निधि सुरक्षित होगी। Farmer Registry Land Size Verification को पूरा करना आसान है और कुछ ही मिनट लेगा। अभी https://farmerregistrystatus.up.in/ पर जाएँ, अपनी रजिस्ट्री चेक करें, और क्षेत्रफल अपलोड करें। क्या आपने अपना क्षेत्रफल बताया? हमें बताएँ और अपने दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि हर किसान इसका लाभ उठा सके!